अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस प्रतिवर्ष 21 दिन कमाया जाता है। 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया था।

परिचय: योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी। योग शब्द संस्कृत से लिया गया है, जिसका अर्थ है "जुड़ना" ,'जोड़ना' या "एकजुट होना", जो मन और शरीर की एकता, विचार और क्रिया ,संयम और पूर्ति , मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य और स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है।

प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार योग, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और बढ़ावा देने के लिए सबसे भरोसेमंद साधन के रूप में उभरा  है।

उद्देश्य: योग एक परिवर्तनकारी अभ्यास है, जो मन और शरीर के सामंजस्य, विचार और क्रिया के बीच संतुलन तथा संयम और पूर्ति की एकता का प्रतिनिधित्व करता है। यह शरीर, मन और आत्मा को एकीकृत करता है, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है जो हमारे व्यस्त जीवन में शांति लाता है।

योग का महत्त्व: आज योग दुनिया भर में  विभिन्न रूपों में प्रचलित है और इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। कई लोगों के लिए यह शरीर, मन और आत्मा को एक तरह से जोड़ने का एक तरीका है, जो सर्दियों से मौजूद है। क्वारंटाइन और आइसोलेशन में Covid -19  रोगियों की मनो-सामाजिक देखभाल एवं पुनर्वास में योग ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO )ने भी अपने सदस्य देशों को योग का अभ्यास करने के लिए कहा है  और इसे वर्ष 2018-30 की शारीरिक गतिविधि के लिए अपनी वैश्विक कार्ययोजना में शामिल किया है।